क्राइमछत्तीसगढ़मालखरौदासक्ती जिला

तीन शादी की थी, दोस्त पर शक हुआ की वह उसकी एक पत्नी से बात करता है। फिर क्या था उतार दिया दोस्त को मौत के घाट, सक्ती जिले की घटना, पत्थर से सीने और सिर को कुचला, अब सलाखों के पीछे

सक्ती। जिले के थाना मालखरौदा के अपराध कमांक 214/2024 धारा 302,201 भादवि का पुलिस में खुलासा किया है। एसडीओपी ने बताया कि अपने साथी को पत्थर से प्राणघातक हमला कर एवं गला दबाकर हत्या करने वाला अमरजीत बंजारे पिता फिरत राम बंजारे उम्र 30 साल साकिन कुरदा थाना मालखरौदा को पुलिस ने गिर. न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

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आरोपी अमरजीत

मोटर सायकल से निकला था घर से

मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि सूचक किरन जांगडे पति सौखीलाल जांगडे ग्राम कुरदा दिनाक 23.06.2024 को थाना आकर गुम इंसान दर्ज करायी कि इसका पति सौखीलाल जांगडे दिनांक 22.06.2024 को गांव के अमरजीत बंजारे के साथ घर से मोटर सायकल से निकला है। घर वापस नहीं आया कि सूचना पर थाना मालखरौदा में गुम इंसान कमांक 40/2024 कायम कर लिया गया।

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मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी और थाना प्रभारी सहित पुलिस टीम

तो इसलिए मारा सौखीलाल को –

इसके बाद पुलिस टीम तैयार तत्काल सघन जांच करते आरोपी अमरजीत बंजारे से पूछताछ पर बताया कि उसकी तीन शादी हुई थी जिसके एक पत्नि के साथ मृतक सौखीलाल के साथ बात करने के शंका पर मृतक सौखीलाल को ग्राम अचरितपाली भद्री तालाब के पास ले जाकर दिनांक 22.06.2024 को शाम को उसका सिर व छाती में पत्थर से वार कर व गला को दबाकर उसकी हत्या करने बाद उसके शव को वही सिमेट का बना फाल के अंदर में छुपाकर रख दिया।

अब सलाखों के पीछे पहुंचा आरोपी –

बताने पर ग्राम अचरितपाली में मृतक सौखीलाल पिता जेठूराम जांगडे उम्र 32 साल साकिन कुरदा थाना मालखरौदा को मृत हालत में बरामद कर मौके पर ही मर्ग एवं आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 214/2024 धारा 302,201 भादवि कायम कर आरोपी अमरजीत बंजारे पिता फिरत राम बजारे उम्र 30 साल साकिन कुरदा थाना मालखरौदा को दिनांक 23.06.2024 के 20.00 बजे विधिवत गिरफ्तार किया गया। एवं आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। उक्त कार्यवाही में निरीक्षक राजेश पटेल, उप निरीक्षक सी.पी. कवर, सउनि राधेश्याम राठौर, हरनारायण ताम्रकर (थाना जैजैपुर) प्र.आर अश्वनी जायसवाल आरक्षक सेतराम पटेल, नान्ही यादव, अजय खैरवार, शिवगोपाल रात्रे, महेन्द्र कवर सहदेव यादव नान्ही यादव, सत्येन्द्र राठौर का योगदान रहा।