
डेंजर ज़ोन में बेरोकटोक पहुंच रहे लोग, बच्चों की जान जोखिम में, प्रशासन मौन
सक्ती। बरसात के मौसम में सक्ती नगर के समीप स्थित नगरदा जलप्रपात का दृश्य इन दिनों अत्यंत आकर्षक और रमणीय हो गया है। स्थानीय लोग, परिवार और पर्यटक बड़ी संख्या में वहां पहुंचकर प्रकृति की खूबसूरती का आनंद ले रहे हैं। लेकिन इस मनोरम वातावरण के पीछे एक गंभीर खतरा भी लगातार मंडरा रहा है, जो प्रशासन की अनदेखी से और बड़ा हो रहा है।
डेंजर पॉइंट पर न कोई चेतावनी, न ही रोक-टोक
जलप्रपात क्षेत्र में कई ऐसे डेंजर प्वाइंट हैं जहां तेज बहाव, फिसलन, गहराई और चट्टानों की बनावट के कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से न कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है, न ही प्रतिबंधात्मक सूचना। नतीजतन, लोग – विशेषकर बच्चे व किशोर – पूरी तरह से बेरोकटोक खतरनाक किनारों व ऊपरी हिस्सों तक जा रहे हैं, और मस्ती के चक्कर में खुद को गंभीर खतरे में डाल रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने जताई चिंता
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जलप्रपात के ऊपरी हिस्से में बच्चों को दौड़ते, चढ़ते और फोटो खींचते देखा गया। एक स्थानीय नागरिक ने मौके की तस्वीरें कैप्चर कीं और बताया कि, “लोग इतने निश्चिंत होकर खतरनाक चट्टानों पर चढ़ते हैं जैसे उन्हें किसी हादसे का डर ही नहीं। अगर फिसल जाएं तो गंभीर चोट या जान जाने तक की स्थिति बन सकती है।”
प्रशासन की अनदेखी, सुरक्षा प्रबंध गायब
यह चौंकाने वाली बात है कि नगरदा जलप्रपात जैसा लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के बावजूद वहां न तो कोई पुलिस या सुरक्षाकर्मी की तैनाती है, और न ही अस्थायी बैरिकेडिंग, चेतावनी बोर्ड या बचाव संसाधन।
बारिश के दिनों में जल का वेग और फिसलन दोनों ही बेहद खतरनाक हो जाते हैं, ऐसे में बिना सुरक्षा उपायों के यह स्थल दुर्घटनाओं का केंद्र बन सकता है।
लोगों की मांग – तत्काल सुरक्षा उपाय हों
स्थानीय निवासियों और समाजसेवियों ने प्रशासन से अपील की है कि डेंजर पॉइंट की पहचान कर वहां चेतावनी बोर्ड लगाएं, बैरिकेडिंग व रस्सियों की व्यवस्था की जाए, छुट्टियों और सप्ताहांत पर निगरानी दल या सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं, किसी भी अनहोनी की स्थिति में त्वरित मदद के लिए बचाव दल की योजना बनाई जाए, अभी नहीं चेते तो हो सकती है अनहोनी
समय रहते नहीं जागा प्रशासन तो सकती है गंभीर दुर्घटना-
नगरदा जलप्रपात भले ही प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक हो, लेकिन अगर प्रशासन समय रहते सक्रिय नहीं हुआ तो यहां कोई गंभीर दुर्घटना घट सकती है। आवश्यक है कि मनोरंजन और सुरक्षा का संतुलन बनाया जाए ताकि लोग आनंद भी लें और सुरक्षित भी रहें। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार लोग बिना किसी भय के खतरनाक चट्टानों पर चढ़े हुए हैं। प्रशासन के लिए यह चेतावनी स्वरूप है।