सक्ती जिला

सक्ती में अवैध क्लीनिक का भंडाफोड़ : डॉ. के.एल. कुर्रे की बीएएमएस डिग्री पंजीकृत नहीं, स्वास्थ्य विभाग ने की बड़ी कार्रवाई

सक्ती। नगर के स्टेशन रोड में स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए डॉ. के.एल. कुर्रे की क्लीनिक को अवैध पाया। टीम की जांच में खुलासा हुआ कि डॉ. कुर्रे द्वारा प्रस्तुत की गई बीएएमएस की डिग्री किसी भी वैधानिक पंजीकरण संस्था में दर्ज नहीं है। लंबे समय से वे ग्रामीणों का इलाज करते हुए दवाइयों का वितरण कर रहे थे।

कार्रवाई में कई चौंकाने वाले तथ्य

जांच टीम ने क्लीनिक से दवाइयों का स्टॉक भी देखा। पंचनामा के अनुसार क्लीनिक में रखी गई दवाइयां नियमानुसार रजिस्ट्रेशन अथवा अनुमतिप्राप्त नहीं थीं। क्लीनिक के संचालन से जुड़े कोई भी कानूनी दस्तावेज मौके पर उपलब्ध नहीं कराए गए। न तो पंजीकृत मेडिकल रजिस्ट्रेशन नंबर और न ही दवाइयों की अधिकृत खरीद-बिक्री का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जा सका।

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जांच दल और अधिकारी

यह कार्रवाई राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और जिला स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की गई। जांच अधिकारियों ने पंचनामा बनाकर संपूर्ण रिपोर्ट तैयार की और आगे की कार्रवाई हेतु उच्च अधिकारियों को भेजने की बात कही।

ग्रामीणों की शिकायत पर हुई कार्रवाई

कई नगरवासियों के बताए अनुसार वे लंबे समय से डॉक्टर कुर्रे के यहां इलाज कराते आ रहे थे। लेकिन कई बार दवाइयों और उपचार के चलते मरीजों की हालत बिगड़ने की शिकायतें सामने आईं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई थी। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने औचक निरीक्षण किया।

स्वास्थ्य विभाग की सख्त चेतावनी

सीएमएचओ डॉ. पूजा अग्रवाल ने कहा कि “बिना पंजीकरण और मान्यता प्राप्त डिग्री के किसी भी तरह की चिकित्सकीय सेवा देना अपराध है। यह न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ भी है।” उन्होंने आगे कहा कि ऐसे मामलों में विभाग किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतेगा और दोषियों के खिलाफ आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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सख्त कार्रवाई की मांग

नगर के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया और कहा कि फर्जी डिग्री व अवैध क्लीनिक संचालक लोगों की जान जोखिम में डालते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही होना जरूरी है, ताकि भविष्य में कोई भी ग्रामीणों की मजबूरी का फायदा न उठा सके।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके से आवश्यक दस्तावेज जब्त किए हैं। आगे कानूनी कार्रवाई की जा सके।

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