ये क्या? खुद को पाक साफ बताने पहुंच रहे सरपंचों की दर पर, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अधिकारी का कारनामा

सक्ती। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग इन दिनों चर्चा में है। सक्ती के अधिकारियों को अब अपने अच्छे कार्य के लिए सरपंचों से प्रमाण पत्र लेने के लिए सरपंचों के दर दर जाना पड़ रहा है।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अधिकारियों के द्वारा कथित तौर पर जनपद सक्ती के सरपंचों के लिए एक प्रमाण पत्र जारी किया है इसमें सरपंचों से दबाव बनाकर दस्तखत करने के लिए कहा जा रहा है। अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है यहां के अधिकारी किस प्रकार की कार्यशैली के हैं। आरईएस विभाग द्वारा कथित रूप से प्रमाण पत्र में इस बात का दावा किया गया है कि कार्यालय ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उप संभाग सक्ती के द्वारा यहां पदस्थ अनुविभागीय अधिकारी तथा उप अभियंता व कार्यालय के स्टाफ के द्वारा सभी कार्यों का रूपांकन सहज एवं सुचारू रूप तथा समय पर कराया जाता है एवं इनके द्वारा हमारे द्वारा संचालित सभी कार्यों में तकनीकी मार्गदर्शन देते हुए कार्य को पूर्ण कराने में हमारा सहयोग करते हैं और ना ही किसी भी प्रकार की कमीशन खोरी की जाती है हमें अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उप संभाग सक्ती में पदस्थ उप अभियंता एवं कार्यालय स्टाफ से किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। अब यहां पर यह सोचना लाजमी है कि आखिरकार सरपंचों को इस बात के लिए दबाव बनाना की अधिकारी उनसे कमीशन की मांग नहीं करते हैं यह एक सोचनीय विषय है। जब इस विभाग में होने वाले गोरखधंधों को सामने लाया जाने लगा तो विभाग के अधिकारी पानी से निकाली गई मछली की तरह छटपटाने लगे हैं। पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि किसी विभाग के द्वारा इस प्रकार की हरकत की जा रही है। वैसे इस विभाग के ऐसे कई अहम दस्तावेज सुरक्षित हैं जो इस विभाग के खुद को पाक साफ कहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की पोल खोलने के लिए काफी है। जल्द ही इनके काले कारनामे सामने आने वाले हैं।