सक्ती जिला

जल जीवन मिशन के कार्यों में भ्रष्टाचार व लापरवाही का आरोप — भाजपा जिला कोषाध्यक्ष रामनरेश यादव ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

सक्ती। जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत नगर क्षेत्र में चल रहे पाइपलाइन बिछाने के कार्य को लेकर भ्रष्टाचार, अनियमितता और लापरवाही के गंभीर आरोप सामने आए हैं। भारतीय जनता पार्टी के जिला कोषाध्यक्ष रामनरेश सिंह यादव ने कलेक्टर सक्ती को लिखित शिकायत सौंपते हुए इन कार्यों में हो रही गड़बड़ियों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

उन्होंने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि कांग्रेस शासनकाल के दौरान जल जीवन मिशन के तहत नगर प्रशासन विभाग द्वारा लगभग 101 करोड़ रुपये की लागत से पाइप लाइन बिछाने की स्वीकृति दी गई थी। इस परियोजना के अंतर्गत नगर पालिका सक्ती क्षेत्र में मिनीमाता चौक से लेकर सिविल लाइन होते हुए सक्ती रोड तक पाइपलाइन डाली जा रही है। लेकिन यह कार्य पूरी तरह से प्रशासनिक अनदेखी और ठेकेदारों की मनमानी से संचालित हो रहा है।

मुख्य आरोप:

  • बिना किसी तकनीकी परीक्षण के कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
  • बरसात के मौसम में कार्य जारी रखने से सड़कों पर खुदाई कर अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे कीचड़ और जलजमाव की स्थिति बनी हुई है।
  • खुदाई के बाद उचित भराव नहीं किया गया, जिससे सड़कें दुर्घटनाओं का कारण बन रही हैं।
  • कई स्थानों पर पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़कों की मरम्मत नहीं की गई, जिससे आमजन को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है।

स्थानीय जनता में आक्रोश

स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों का कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना के सड़कें खोद दी गई हैं और महीनों से अधूरी पड़ी हैं। वर्षा ऋतु में गड्ढों में पानी भर जाने से रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं। बच्चों, वृद्धों और दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह मार्ग जानलेवा साबित हो रहे हैं।

भाजपा नेता की मांगें

श्री रामनरेश यादव ने अपने ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा है कि इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार की गंध आ रही है। इसलिए:

  1. जारी कार्य को तत्काल बंद किया जाए।
  2. वर्षा ऋतु के बाद ही उचित तकनीकी प्रक्रिया से कार्य पुनः प्रारंभ हो।
  3. एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की जाए जो पूरे प्रकरण की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करे।

उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय में स्थानीय मीडिया में कई बार रिपोर्ट प्रकाशित हो चुकी है, लेकिन संबंधित विभाग की चुप्पी समझ से परे है। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो भाजपा जनहित में आंदोलन की राह अपनाएगी।

प्रतिक्रिया का इंतजार

अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर शिकायत पर क्या कदम उठाता है। क्या जनता को राहत मिलेगी या फिर भ्रष्टाचार की परतें और गहराई तक जाएंगी?

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