क्राइमसक्ती जिला

फर्जी स्टेट बैंक बनाकर नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का एक और आरोपी दबोचा गया

मालखरौदा पुलिस की कार्रवाई, एसबीआई के अधिकारियों ने दर्ज कराई थी एफआईआर

सक्ती। कुख्यात फर्जी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया नौकरी घोटाले में एक और आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। 28.03.2025 को हीरा उर्फ कुणाल दिवाकर, उम्र 31, को उसके घर ग्राम तालदेवरी, थाना बिर्रा, जिला जांजगीर चांपा (छ.ग.) से गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी मामले की चल रही जांच में एक बड़ी सफलता है, जो कई निर्दाेष नौकरी चाहने वालों को संकट और वित्तीय नुकसान का कारण बन रही है।

मामले की रिपोर्ट जीवराखन कावड़े, मुख्य प्रबंधक (प्रशासन) 58रू क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय कोरबा जिला कोरबा (छ.ग.) ने की, जो 27.09.2024 को मालखरौदा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने आए थे। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि 18.09.2024 से ग्राम उपरोड़ा में 06 कर्मचारियों के साथ एक फर्जी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा संचालित हो रही थी।  पता चला कि आरोपी अनिल भास्कर व अन्य लोगों ने छपोरा मालखरौदा थाना में फर्जी बैंक खोलकर लोगों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे ऐंठ रहे थे। यह धोखाधड़ी का काम षडयंत्र रचकर निर्दाेष लोगों को नुकसान पहुंचाकर किया जा रहा था। शिकायत मिलने पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 279/2024 धारा 318(4), 338, 336, 340, 3(4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। नतीजा यह रहा कि अनिल भास्कर व नरेंद्र साहू को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। जबकि अन्य 07 आरोपी फरार थे, जिनकी पतासाजी की जा रही थी। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र पेश किया गया तथा शेष फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई।

हाल ही में मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए सक्ती में फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश मिले थे। निर्देशों के परिपालन में सुश्री अंकिता शर्मा (आईपीएस) पुलिस अधीक्षक जिला सक्ती, हरीश यादव ( एडिशनल एसपी) और मनीष कुंवर (आरपीएस) अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) सक्ती द्वारा तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। परिणामस्वरूप, हीरा उर्फ कुणाल दिवाकर को क्षेत्र की घेराबंदी करके तालदेवरी गांव में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।