धार्मिकसक्ती जिला

हिंदू नववर्ष पर हसौद में भव्य शोभायात्रा और महाआरती का आयोजन

सक्ती/हसौद। भारतीय हिंदू नव वर्ष के पावन पर्व पर मां महामाया की पावन धरा हसौद की पवित्र भूमि पर श्रद्धा और भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला। हसौद में विशाल शोभायात्रा निकाली गई और महामाया मंदिर में महाआरती का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सैकडों श्रद्धालु शामिल हुए जिन्होंने इस आयोजन को आकर्षक और अनुठा बनाया। इस आयोजन ने न केवल हसौद बल्कि आसपास के गांवों से भी श्रद्धालुओं को आकर्षित किया। सैकडों लोगों की भागीदारी ने इसे एक ऐतिहासिक धार्मिक उत्सव बना दिया।

बाजे-गाजे के साथ निकली शोभायात्रा:- शोभायात्रा की शुरुआत हसौद के बजरंग चौक से हुई, जो मिलन चौक और मंडी चौक से होते हुए महामाया मंदिर पहुंची। श्रद्धालुओं ने हाथ में भगवा ध्वज लिए जय श्री राम के नारे लगाएं और एक दूसरे को हिंदू नव वर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। 

राधा-कृष्ण की झांकियों ने मोहा मन:-  शोभायात्रा में आकर्षक झांकियां भी शामिल की गईं, जिसमें स्थानीय कन्याओं ने राधा-कृष्ण और गोपियों का रूप धारण किया। उनके मनमोहक स्वरूप ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। इसके अलावा, स्कूटी पर सजी कन्याओं ने भगवा ध्वज थामे जय श्री राम के नारे लगाए, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया।

भगवान शिव की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र:- शोभायात्रा में भगवान शिव का रूप धारण किए एक युवक की झांकी भी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। इस झांकी को देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए और भक्तिभाव से झूम उठे।

राजनीतिक एकता की झलक:-  इस आयोजन में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर भाजपा, कांग्रेस और जनता कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।

श्रद्धालुओं का हुआ भव्य स्वागत:-  हसौद के विभिन्न चौक-चौराहों पर शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने खाने-पीने की सामग्री वितरित कर श्रद्धालुओं की सेवा की।

महाआरती के साथ हुआ समापन:- महामाया मंदिर पहुंचकर श्रद्धालुओं ने भव्य महाआरती में भाग लिया। मंदिर प्रांगण जयकारों से गूंज उठा और भक्तों ने मां महामाया से सुख-समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही इस भव्य आयोजन का समापन हुआ।