विद्युत सब स्टेशन छपोरा अंतर्गत दर्जनभर गांवों में 2 दिनों तक बिजली बंद होने से लोग हो रहे हलकान-परेशान

सक्ती/मालखरौदा – पिछले दो दिनों से विद्युत सब स्टेशन छपोरा से सप्लाई होने वाले गांवो में लगातार 48 घंटे तक बिजली व्यवस्था चरमराने के कारण एक दर्जन से अधिक गांव के आम उपभोक्ताओं के घरों में दिन रात भर से बिजली गुल रहने के कारण आम आदमी को लालटेन के युग में जीवन व्यतीत कर रहे हैं वही दिन में एक आद बार ही वह भी चंद मिनट के लिए बिजली आने के तुरंत बाद ही पुनः कटौती कर दिया जाता है इस कारण से आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा पूरे 2 दिन से बिजली की व्यवस्था को लेकर खूब राजनीति किए जाने की चर्चा जोरों पर है ज्ञात होगी जब से विद्युत सब स्टेशन छपोरा में पावर ट्रांसफार्मर लगाया गया है उसके कुछ ही दिनों बाद बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे हो गया है जबकि लोगों को आशा थी की पावर ट्रांसफार्मर लगने के कारण उन्हें 24 घंटे बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से मिलेगा किंतु यह उल्टा साबित हो गया है वही हद तो तब हो गया जब 29 मार्च दोपहर के बाद से ही छपोरा सब स्टेशन में सप्लाई किए जाने वाले एक दर्जन से अधिक गांव में बिजली गुल रहा है जो 30 मार्च शाम रात तक गुल ही रहा है जिसके कारण लोगों को पीने की पानी के लिए तरसना पड़ा है तथा रात्रि में मच्छर ने लोगों की निंद हराम कर दिया फिर भी इस विभाग से जुड़े आला अधिकारियों द्वारा अपने बहाने बाजी वाही लूटने से बाज नहीं आए पिछले दो दिनों से कोरबा विद्युत स्टेशन से खराबी की बात सामने आया है लेकिन आम उपभोक्ताओं का मानना है कि अभी वर्तमान में अलग-अलग प्रमुख सब स्टेशनों से बिजली व्यवस्था हो रहा है वहां से इन क्षेत्र के गांव के लिए बिजली व्यवस्था किया जाना चाहिए था लेकिन इनके द्वारा कुछ भी व्यवस्था नहीं किया जा सका है वही सत्ता पक्ष द्वारा आम उपभोक्ताओं के लिए 24 घंटे बिजली दिए जाने की बात का ढिंढोरा पीटा जाता है किंतु हकीकत में कुछ और ही है ताजूब की बात तो यह है कि पिछले दो दिनों से बिजली की अव्यव्यवस्था होने की खबर होने के बावजूद भी आला अधिकारियों द्वारा अपने विभाग में बैठे तमाशा बिन बने हुए हैं लेकिन इन दो दिनों में भी दूसरे एरिया से आम उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराया जाना था उसे भी नहीं कराया जा सका है जो चिंता का विषय है इस आधुनिक युग में पिछले दो दिनों से वह भी 48 घंटे बिजली व्यवस्था चरमरा जाने से आम लोगों की हालात कितना दयनीय हो गया होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है वही विभाग में बैठे अधिकारी द्वारा कभी भी क्षेत्र के विद्युत व्यवस्था हेतु कोई भी त्वरित कदम नहीं उठाए जाने से भी लोगों के जेहन में कई प्रकार की सवाल आने लगा है.