पहाड़ों के बीच स्थित आदिवासी बाहुल्य ग्राम रैनखोल के स्कूल में लापरवाह और गायब मिलने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की आंच, कलेक्टर के निर्देश के बाद डीईओ ने लिया तत्काल संज्ञान, शो काज नोटिस देकर मांगा जवाब, अब होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई

सक्ती। ग्राम पंचायत ऋषभतीर्थ के पहाड़ के पार बसा हुआ वन ग्राम व आदिवासी बाहुल्य गांव रैनखोल में शिक्षकों की लापरवाही और अनुपस्थिति पर कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी का तत्काल चाबुक चला है। इस गांव के स्कूल में लगातार शिक्षकों की अनुपस्थिति की सूचना प्राप्त हो रही थी। बच्चों के भविष्य को देखते हुए तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी एनके चंद्रा ने त्वरित संज्ञान लिया और जिम्मेदारों को कारण बताओं नोटिस जारी की है। साथ ही जवाब मिलने के पश्चात अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात डीईओ ने कही है।
विदित हो कि ग्राम रैन खोल में शिक्षकों की अनुपस्थिति की सूचना प्राप्त हो रही थी, जानकारी देने वालों ने स्कूलों के बच्चों को शिक्षकों की मनमानी से परेशानी की बात भी सामने आई थी। शिकायतकर्ताओं ने कलेक्टर तथा जिला शिक्षा अधिकारी को जानकारी देते हुए बताया था कि तीन शिक्षक वाले स्कूल में एक स्कूल आते ही नहीं और एक शिक्षक कभी-कभार ही आते हैं। इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल संज्ञान लिया और संबंधित प्रधान पाठक और शिक्षकों के साथ-साथ विकासखंड शिक्षा अधिकारी को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। शो काज नोटिस देने के बाद दो दिनों में जवाब देने के लिए कहा गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी एनके चन्द्रा ने बताया कि जवाब प्राप्त होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। वन बाहुल्य क्षेत्र तथा आदिवासी बाहुल्य हैं के स्कूल में शिक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले शिक्षकों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा।
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सक्ती जिले में कलेक्टर के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है और लापरवाह शिक्षकों पर लगातार कार्रवाई की जाएगी। बच्चों की पढ़ाई के साथ किसी भी प्रकार के लापरवाही ना हो इसका सभी ध्यान रखें।
एन के चन्द्रा
जिला शिक्षा अधिकारी
जिला – सक्ती