सक्ती जिले में जब स्कूली बच्चों ने पकड़ी आंदोलन की राह, कीचड़ भरे रस्ते से पाना चाहते हैं निजात, लेकिन प्रशासन की उदासीनता से हैं त्रस्त, जाने क्या है मामला और क्यों सड़क पर उतरना पड़ा बच्चों को ?

स्कूली छात्र छात्राओं ने पढ़ाई छोड़कर आंदोलन करने को विवस

डभरा ,, डभरा से हसौद मुख्य सड़क मार्ग पर आज 29 जुलाई को ग्राम सूखापाली चंद्रासिनी मंदिर के पास खोंधर हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं ने आने जाने वाले नहर पार खराब रास्ते को मरम्मत के लिए चक्का जाम कर दिया।
हम आपको बता दें कि चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत सुखापाली नहर पार ही खोंधर स्कूल तक विद्यार्थियों के लिए आने-जाने का एकमात्र रास्ता है ग्राम पंचायत द्वारा नहर पार में मिट्टी डालने से नहर के रास्ते कीचड़ से सराबोर हो गया है।

नहर पार रास्ते में मुरूम डालने के बजाय ग्राम पंचायत द्वारा मिट्टी डाल दिया गया जिसकी सजा छात्र-छात्राए भुगत रहे । वही हायर सेकेंडरी स्कूल आने जाने वाले आसपास ग्राम सुखापाली कवलाझर घोघरी सहित कई गावों के छात्र-छात्राओं को कीचड़ में पैदल चलकर जाना पड़ रहा है जिससे उनकी ड्रेस एवं साइकिल भी नहीं चल पा रही है। खराब नहर पर रास्ते में स्कूली बच्चे रोज गिर रहे हैं अगर विद्यार्थी खोंधर मोड़ के रास्ते से आना जाना करते हैं तो 5 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ेगा । इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन ग्राम पंचायत को कई बार अवगत कराने के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया तब स्कूली बच्चों ने सड़क मार्ग जाम करने का रास्ता अपनाया। स्कूली छात्र-छात्राएं चंद्रहासिनी मंदिर के पास चक्का जाम पर बैठे रहे इसी बीच सीरियस मरीज को लेकर एम्बुलेंस पहुंचा तब इसके लिए बच्चों ने मानवता का परिचय देते हुए तत्काल एंबुलेंस को जाने दिया ।डभरा थाना में पदस्थ दो आरक्षक लगातार स्कूली बच्चों को बार-बार समझाइए देते रहे फिर उनके द्वारा इसकी जानकारी तत्काल टी आई डभरा प्रवीण राजपूत को दी गई तब उन्होंने तत्काल सदलबल मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और आंदोलन कर रहे छात्र-छात्राओं को समझाइए दिए स्कूली बच्चों को समझाइए देने के बाद बच्चों ने चक्का जाम समाप्त कर दिया एवं टी आई प्रवीण राजपूत ने बच्चों की मांगों को स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को अवगत कराया स्थानीय प्रशासन के अधिकारियो ने नहर पार रास्ते को मरम्मत कराने का आश्वासन दिया गया है