लिटिल फ्लावर स्कूल में छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार सतीश जायसवाल का भव्य सम्मान

सक्ती। नगर के लिटिल फ्लावर स्कूल में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें प्रख्यात साहित्यकार सतीश जायसवाल को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित कर उनका भव्य स्वागत एवं सम्मान किया गया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कुमुदिनी बाघ द्विवेदी विशिष्ट अतिथि रहीं। अन्य अतिथियों में साहित्यकार केशव दिव्य, राजेंद्र दीवान, सुमित शर्मा, महेश सर, मनीषा भारद्वाज एवं विकास तिवारी की गरिमामयी उपस्थिति रही। समारोह की शुरुआत स्कूल प्रबंधन टी.पी. उपाध्याय एवं मोहम्मद अनीस शेख द्वारा अतिथियों के पुष्पगुच्छ से स्वागत से हुई।

विद्यार्थियों ने स्वागत गीत और सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर माहौल को सांस्कृतिक रंग में रंग दिया। सतीश जायसवाल ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की।
साहित्यकार सतीश जायसवाल का परिचय:
सतीश जायसवाल छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार हैं, जो समकालीन हिन्दी कविता, ग़ज़ल और नाट्य लेखन के क्षेत्र में विशेष पहचान रखते हैं। उनकी रचनाएँ राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। छत्तसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम की कक्षा 10 वी में उनके द्वारा लिखी कविता गृह प्रवेश है जिसे विद्यार्थी पढ़ते हैं। उस पर भी उन्होंने चर्चा की। उन्होंने सामाजिक सरोकारों और मानवीय संवेदनाओं पर आधारित अनेक कविताएँ लिखी हैं, जो पाठकों और श्रोताओं के हृदय को छूती हैं। वे विभिन्न साहित्यिक मंचों पर सक्रिय रूप से भाग लेते रहे हैं और नई पीढ़ी के लेखकों के लिए प्रेरणास्त्रोत माने जाते हैं।

अपने उद्बोधन में टी.पी. उपाध्याय ने श्री जायसवाल को “सूर्य को दीपक दिखाने” की उपमा देते हुए कहा कि ऐसे महान व्यक्तित्व को आमंत्रित कर स्कूल स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। वहीं मोहम्मद अनीस शेख ने कहा कि छात्रों के लिए यह अवसर अत्यंत सौभाग्यशाली है।

डॉ. कुमुदिनी द्विवेदी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों को नई दिशा देते हैं और उन्होंने अपने छात्र जीवन की यादें साझा कीं। श्री सतीश जायसवाल ने अपनी कविता यात्रा, लेखन प्रेरणा और साहित्य के महत्व पर विद्यार्थियों से संवाद किया।सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह, श्रीफल और उपहार देकर सम्मानित किया गया। संचालन की भूमिका भी सराहनीय रही।
