
डभरा। क्षेत्र में लगातार बढ़ रही खाद की कमी से नाराज किसानों ने मंगलवार को उग्र रूप अपनाते हुए डभरा-खरसिया मुख्य सड़क पर चक्काजाम कर दिया। यह आंदोलन करीब सात घंटे तक चला, जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर समाप्त हुआ। ज्ञात हो कि दो दिन पूर्व ग्राम गोबरा और चुरतेला के किसानों ने डभरा एसडीएम कार्यालय पहुंचकर खाद की तत्काल उपलब्धता की मांग की थी। साथ ही चेतावनी दी थी कि यदि समय पर खाद उपलब्ध नहीं कराया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। किसानों के इस अल्टीमेटम के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गई, जिससे आक्रोशित होकर सैकड़ों किसान सड़क पर उतर आए।
चक्काजाम के कारण डभरा-खरसिया मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। आंदोलन को किसान कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नरेश चंद्रा एवं जिला पंचायत सदस्य शांति ताराचंद साहू का भी समर्थन मिला।
किसानों ने आरोप लगाया कि सोसायटी प्रबंधक एवं कर्मचारियों द्वारा खाद वितरण में गड़बड़ी की गई, जिसके कारण गोबरा और चुरतेला के किसानों को यूरिया खाद नहीं मिला। किसानों की मांग थी कि संबंधित प्रबंधक और कर्मचारियों को तत्काल हटाया जाए। साथ ही किसानों का कहना था कि उन्हें खाद दिए बिना ही कर्ज का बोझ डाल दिया गया है।
मौके पर डभरा तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एवं खाद संग्रहण प्रभारी पहुंचे और आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया। लंबी वार्ता के बाद अनुविभागीय अधिकारी (रा) ने 5 सदस्यीय जांच समिति गठित कर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसानों ने सात घंटे बाद चक्काजाम समाप्त किया।
चक्काजाम में प्रमुख रूप से गोबरा सरपंच सिदार सिंह, उपसरपंच प्रकाश चंद्रा, चुरतेला सरपंच प्रतिनिधि ध्रुवा बघेल, जनपद सदस्य महेश टंडन, कुंजबिहारी चंद्रा, घनश्याम चंद्रा, हुलेश चंद्रा, पीतांबर चंद्रा, रवि सिदार, आत्मा मीरी, भीष्मदेव चंद्रा, परदेशी साहू, रतिराम बघेल, पुरुषोत्तम बघेल, महेंद्र भारद्वाज, रीतेश बंजारे सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।