
सक्ती– सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 15 जुलाई 2022 से अपने पुरानी भवन को छोड़कर विगत वर्षों करीब 7 करोड़ की लागत से नवनिर्मित मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में पूर्ण रूप से शिफ्ट हो चुका है. सोमवार को शाम में चिकित्सकों की अनुपस्थिति का मामला सामने आया है. देखने को मिला के प्रीमैट्रिक्स छात्रावास सक्ती की छात्रा छात्रवास में उसके पेट में दर्द उठाता एव सांस लेने में परेशानी हो रही थी उसे देख कर वहां की वार्डन के द्वारा उसको हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां घंटों ढूंढने पर भी कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था. घंटे ढूंढने पर एक नर्स मिली तो उसने जाकर उसको एडमिट किया ।जब इसकी जानकारी कुछ नागरिकों को मिली तो वे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य सक्ती पहुंचे वहां जाकर उन्होंने नजारा देखा कोई भी डॉक्टर वहां मौजूद नहीं थे. जब लिस्ट निकाली गई तो डॉक्टर अनिल कुमार की ड्यूटी थी. वो भी ड्यूटी से नदारद थे एक भी नर्स हॉस्पिटल में उपलब्ध नहीं थी जव मरीजों से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया हम 2 घंटे से भटक रहे हैं. यहां पर कोई भी डॉक्टर या नर्स नहीं मिली इस पर पूर्व विधायक ने नाराजगी जाहिर करते हुए जिला कलेक्टर को फोन लगाया एवं जानकारी दी. हॉस्पिटल का बुरा हाल देखने को मिला जहां मरीज दर दर इलाज के लिए भटक रहे हैं सुविधाओं के नाम पर शून्य है।