“अपने-अपने चमचों को संभाल कर रखें” : सक्ती विधायक व नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत

कांग्रेस की बैठक में महंत का तीखा कटाक्ष, चौबे के बयान पर मचा बवाल
रायपुर/सक्ती। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में उठे सियासी तूफान के बीच सक्ती विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत का बयान सबसे ज़्यादा चर्चा में है। कांग्रेस की अहम बैठक में जब पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे के बयान को लेकर जिलाध्यक्ष आपस में भिड़ गए तो डॉ. महंत ने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा— “हम लोग एक-दूसरे को मुख्यमंत्री और अध्यक्ष बना रहे हैं, लेकिन यह गलती नेताओं की नहीं बल्कि उनके चमचों की है। सभी अपने-अपने चमचों को संभाल कर रखें।”
महंत का बयान बना बैठक की सबसे बड़ी सुर्खी
महंत ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस का चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा और पार्टी की बातें बाहर जाना चिंता का विषय है। उनके इस बयान ने बैठक का माहौल शांत करने के साथ-साथ कांग्रेस के भीतर मौजूद गुटबाजी और चमचागिरी पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।
चौबे के बयान पर गरमाई बहस
बैठक की शुरुआत पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे के उस बयान से हुई, जिसमें उन्होंने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पीसीसी चीफ की कमान सौंप देनी चाहिए। इस मुद्दे पर जगदलपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य और दुर्ग ग्रामीण जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर के बीच तीखी बहस हो गई। अंबिकापुर जिला अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने बीच-बचाव किया तो विवाद और बढ़ गया।
दीपक बैज का भाजपा पर पलटवार
बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा— “भाजपा को पहले अपना घर संभालना चाहिए। उनके ही नेता लगातार गृहमंत्री, प्रभारी मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिख रहे हैं। कांग्रेस की बैठकें संगठन की मजबूती और जनता की समस्याओं पर चर्चा के लिए होती हैं, न कि आपसी झगड़े के लिए।”
राजनीतिक संदेश
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सक्ती विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत का “चमचों” वाला बयान कांग्रेस के भीतर डैमेज कंट्रोल की कवायद है। उन्होंने नेताओं को यह संकेत दिया कि गुटबाजी और चमचागिरी पार्टी को नुकसान पहुँचा सकती है। वहीं, दीपक बैज के तेवरों से यह संदेश गया कि कांग्रेस भाजपा के हर हमले का जवाब देने को तैयार है।