शिक्षासक्ती जिला

दो दिनों बाद आई लाइट, लेकिन फिर कब चली जाए कोई भरोसा नहीं 

– स्थाई रूप से नहीं हो सका है सुधार कार्य 

– नए केबल लगेंगे तभी होगा स्समस्या का स्थाई निदान 

सक्ती। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विगत दो दिनों से बंद बिजली बुधवार को दोपहर में चालू हो सकी। बबूल के पेड़ और ट्रांसफार्मर के इर्द गीर्द की झाड़ियों को हटाने का पहले साफ किया गया तब कहीं जाकर सुधार कार्य किया जा सका। बुधवार को सुबह तक अस्पताल में समस्या और अधिक बढ़ गई थी। कुछ हद तक सोलर पेनल से सप्लाई की जा रही थी वह भी बंद हो गई थी। अब स्थानीय सरकारी अस्पताल में बंद हुई बिजली आखिरकार दो दिनों बाद चालू हो सकी। बुधवार को दोपहर दो बजे तक अस्थायी व्यवस्था कर विद्युत  व्यवस्था बहाल करने की कार्रवाई हुई. हालांकि अभी यह पूर्ण रूप से रिपेयरिंग नहीं हो सकी है लेकिन विद्युत विभाग का मानना है कि यदि इसका स्थायी इलाज नहीं किया गया तो समस्या फिर उत्पन्न हो सकती है।  

विदित हो कि स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो दिनों से अंधेरा छाया हुआ था कमरों में मरीज बीना पंखे और लाइट के अपना समय बीता रहे थे. अड़तालीस घंटे बाद आनन फानन में जब मामला तूल पकड़ने लगा तो विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने रिपेयरींग कर यहाँ की विद्युत व्यवस्था की बहाली का काम किया। झाड़ियों के बीच स्थित ट्रांसफार्मर के पास पहले झाड़ियों को हटाया गया काम करने लायक जगह बनाई गई तब कहीं जाकर वहां काम किया जा सका। दोपहर तक अस्पताल में पुनः बिजली चालू हो सकी। विद्युत विभाग के मेलाराम निर्मलकर ने बताया कि पेड़ कटवाने के बाद केबल को देखा गया तो दोनों केबल बस्ट था। एक फेस नहीं जा रहा है। दो फेस जा रहा है। दोनों में बिजली चालू की गई है। भीतर से गए केबल में परेशानी है। यहां स्थायी रूप से जल्द से जल्द यहां केबल लगाकर काम करना पडेगा तभी समस्या से निजात मिलेगी। ऐसी स्थिति में कभी भी फिर से समस्या पैदा हो सकती है। अब यह देखना लाजमी है की अस्पताल प्रबंधक इसे कितनी गंभीरता से लेता है और कब तक समस्या के स्थाई निदान की ओर ध्यान देता है।