कांग्रेस से टिकट के लिए महल की दावेदारी, इस विधानसभा चुनाव लिए एक्टिव मोड में आया महल, इस जोड़ी की चर्चा जोरों पर

सक्ती। इस बार के विधानसभा चुनाव में सक्ती का राजमहल फिर से एक अहम भूमिका निभाने जा रहा है। राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के जनपद सदस्य बेटे राजा धर्मेंद्र सिंह ने चुनावी शंखनाद कर दिया है। कांग्रेस पार्टी से टिकट प्राप्त करने के लिए उन्होंने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को आवेदन दिया है.

साथ ही कहा है कि क्षेत्र में जिस प्रकार से जनता ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है निःसंदेह कांग्रेस से टिकट लाकर सक्ती विधानसभा से चुनाव लड़कर जनता की सेवा करेंगे। धर्मेंद्र सिंह ने चुनाव लड़ने का पूरा मन बना लिया है और कहा कि क्षेत्र की जनता ठगा सा महसूस कर रही है लेकिन अब आने वाले समय में ऐसा बिल्कुल नहीं होगा और वह सक्ती विधानसभा को अपना परिवार मानते हैं और यहां से चुनाव लड़कर वह जन-जन की सेवा करना चाहते हैं।

इस बार इस चुनाव में एक जोड़ी फेमस होने वाली है और वह है धर्मेंद्र और देवेंद्र की। जो लगातार क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। धर्मेंद्र सिंह ने जिस प्रकार उम्मीदवारी कांग्रेस की टिकट के लिए पेश की है ऐसा लग रहा है कि इस बार राजमहल का इस विधानसभा चुनाव में बड़ा दखल रहने वाला है।

यह संकेत संदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत के लिए इसलिए सही नहीं कहा जा सकता क्योंकि विगत कुछ महीनो से राजमहल लगातार उनका विरोध कर रहा है। विगत साल भर पहले से राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह एवं उनके समर्थक डॉक्टर चरण दास महंत के मुख्य विरोधी के रूप में आगे आए हैं।

यह विरोध केवल अंदर तक सीमित नहीं रहा है बल्कि धर्मेंद्र सिंह ने कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे पंडित देवेंद्र नाथ अग्निहोत्री के साथ पूरे सक्ती ब्लॉक में पदयात्रा निकालकर डॉक्टर चरण दास महंत का विरोध किया था। जिस गांव में भी यह जा रहे थे डॉ. चरण दास महंत का खुलकर विरोध कर रहे थे।

कांग्रेस नेता देवेंद्र नाथ अग्निहोत्री पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खास माने जाते थे अब उनका साथ महल के साथ है। देखना होगा कि आने वाले समय में राजनीति क्या रंग दिखाती है। हालांकि विधनसभा अध्यक्ष को चुनौती देना इतना आसान भी नहीं होने वाला है। लेकिन यदि कांग्रेस से बागी सामने आते हैं तो दिक्कत बढ़ सकती है।
