सक्ती जिला : नन्हें गो वंश की पीट-पीट कर हत्या करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा न्यायिक रिमांड पर

– एसपी की त्वरित कार्रवाई ने पशु क्रूरता करने वाले को भेजा सलाखों के पीछे
सकर्रा। गाँव में एक मूक गाय को एक ग्रामीण ने डंडे से पीट-पीटकर बेरहमी से मार डाला। इस मामले में न्याय तेजी से हुआ और आरोपी को घटना के 24 घंटे के भीतर मालखरौदा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों द्वारा की गई इस त्वरित कार्रवाई से यह कड़ा संदेश गया है कि इस तरह के जघन्य कृत्य बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
मालखरौदा पुलिस के अनुसार, घटना की सूचना 2 मार्च को एक चिंतित नागरिक ने दी, जिसने अपने छोटे बछड़े को चारों पैर टूटे हुए पाया। बछड़े को चरने के लिए छोड़ा गया था और उसी गांव के निवासी सोनाराम साहू ने उस पर हिंसक हमला किया। असहाय पशु को उसके मालिक के घर लाया गया और 2 मार्च को ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ पशु सुरक्षा अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने अपनी टीम को तत्काल आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश यादव और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) सक्ती मनीष कुंवर ने भी त्वरित न्याय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। थाना प्रभारी निरीक्षक सतरूपा तारम और उनकी टीम जिसमें उपनिरीक्षक राधेश्याम राठौर, शत्रुघ्न जांगड़े, हरीश चंद्र और सेतराम पटेल शामिल थे, के प्रयासों से आरोपी को 3 मार्च को खोजकर गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की हरकतें कानून का खुला उल्लंघन और मानवता को कलंकित करने वाली हैं। मालखरौदा पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और मामले को कुशलतापूर्वक निपटाना निर्दोष पशुओं की रक्षा और न्याय को कायम रखने के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है।
पशु क्रूरता की ऐसी घटनाओं को बिल्कुल न बख्शा जाए-
ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा की भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। सकर्रा में गोहत्या मामले में आरोपी की गिरफ्तारी एक सुरक्षित और अधिक दयालु समाज बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। अब समय आ गया है कि समाज के रूप में जानवरों के साथ होने वाली किसी भी क्रूरता के खिलाफ खड़े हों और सुनिश्चित करें कि न्याय मिले। इस घटना को याद दिलाएं कि जानवरों की जान मायने रखती है और उनकी रक्षा और सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।