सक्ती जिला

झीलमिलियाँ तालाब में पचरी निर्माण कागजों में करने का आरोप

  • सकर्रा में नहीं थम रहा सरपंच पर भ्रष्टाचार के आरोपों का सिलसिला

सकर्रा- ग्राम पंचायत सकर्रा में भ्रष्टाचार के मामले पर सरपंच पर आरोप लगने कम नहीं हो रहे हैं। अब आरोप लगा है कि पंचायत के कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कुछ कांग्रेस नेताओं के सरंक्षण में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार नियम विरुद्ध सकर्रा के झीलमिलियाँ तालाब में पचरी निर्माण स्वीकृत कराकर कार्य आदेश कराया गया। लेकिन कार्य आदेश के बाद आज तक उस तालाब में पचरी निर्माण ही नहीं हुआ है। यह निर्माण कार्य केवल कागजों में देखने को मिल रहा है। आरोप में बताया गया है कि वर्तमान में जनपद सदस्य टिकेश्वर चंद्रा के परिवार को आर्थिक निजी लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से प्लानिंग कर उनके घर के पीछे बोर खनन पानी टंकी पंप स्थापना मनमाने पूर्वक नियम विरुद्ध किया गया है। उक्त स्थल का प्रमाणिक दस्तावेज नहीं है। इंजीनियर को बहकावे में लेकर मूल्यांकन सत्यापन कराने का आरोप है।

नियम विरुद्ध होने के कारण तत्कालीन सचिव द्वारा राशि का आहरण नही किया गया था और उक्त निर्माण के संबंधित बिल वाउचर में हस्ताक्षर नहीं किया गया है। बिना बिल वाउचर के राशि आहरण करने का दबाव सचिव पर बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सकर्रा सरपंच पदमा बरेठ द्वारा
नियम विरुद्ध राशि आहारण नहीं करने के कारण मनोज गबेल सचिव के विरूद्ध झूठी शिकायत की जा रही है।

शिकायत कर्ता का आरोप- वर्तमान सचिव के साथ मिलकर किया जा रहा भ्रष्टाचार-

शिकायत करने वाले उमाशंकर साहू ने मामले के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कुमार मल्होत्रा सचिव द्वारा बिना निर्माण कार्यों एवं बिना प्रमाणित दस्तावेज बिल वाउचर के राशि भुगतान किया जाता है तो इसका खामियाजा भुगतना होगा। शिकायतकर्ता ने कार्रवाई करने की मांग की है।