
- रास्ते में स्वागत करने का इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं को मायूसी लगी हाथ
सक्ती। राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर प्रदेश भर के नेताओं का नगर में जमावड़ा रहा। रायगढ़ से शक्ति पहुंचे राहुल गांधी 2 घंटे विलंब से पहुंचे इसके बावजूद उन्हें सुनने के लिए नगर के अग्रसेन चौक में काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। विगत कई दिनों से राहुल गांधी की यात्रा को लेकर यहां तैयारी चल रही थी। प्रशासन ने भी अपने स्तर पर पूरी चाक चौबंद व्यवस्था थी सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। राजा पारा चौक में स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वागत किया गया इसके बाद भी नगर के अग्रसेन चौक पहुंचे और उन्होंने जनता को संबोधित किया।

दुकानदार को राहुल ने चूमा तो तालियों से गड़गड़ा उठा अग्रसेन चौक –
छोटे दुकानदारों से संवाद करते हुए जब नगर की दुकानदार से राहुल गांधी ने सवाल किया और उन्हें अपने पास बुलाया तो लोगों की निगाहें सक्ती के दुकानदार और राहुल गांधी पर टिक गई। मोहब्बत की दुकान वाली बात पर राहुल गांधी को दुकानदार ने पहले चूमा तो उसके जवाब में राहुल गांधी ने भी अपनी मोहब्बत दिखाते हुए दुकानदार को चूम लिया। इसके बाद पूरे अग्रसेन चौक में तालियों की गड़गड़ाहट ने माहौल बदल दिया।

गाड़ी के इर्द-गिर्द इकट्ठा हो गई हजारों की भीड़ –
जैसे ही राहुल गांधी का नगर आगमन हुआ और उनके वहां अग्रसेन चौक पहुंचा वैसे ही गाड़ी के इर्द-गिर्द हजारों की संख्या में लोग उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हो गए। और उनके साथ फोटो लेने की होड़ मच गई। नगर के अग्रसेन चौक में पहली बार किसी राष्ट्रीय स्तर के नेता ने उन्हें संबोधित किया जिसे देखकर बहुत से लोग भाव विभोर हो गए। राहुल गांधी के साथ नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट,पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज एवं प्रदेश स्तरीय नेतागण मौजूद रहे।

रास्ते में स्वागत के लिए खड़े लोगों को मायूसी लगी हाथ –
राहुल गांधी रायगढ़ मार्ग से शक्ति के ग्राम मसानिया नंदेली राजा पर होते हुए अग्रसेन चौक पहुंचे वहां से गौरव पथ होते हुए वे ग्राम नवापारा खुर्द, डडाई, असोंदा , डोडकी, ऋषभ तीर्थ होते हुए कोरबा के लिए रवाना हो गए। इन स्थानों पर उनके स्वागत के लिए खड़े कार्यकर्ताओं को मायूसी हाथ लगी जब उनका वाहन स्वागत करने वाले स्थान पर रुका ही नहीं। इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि काफी लंबे समय से भी राहुल गांधी का इंतजार कर रहे थे और वे निर्धारित और स्थान में स्वागत कार्यक्रम नहीं करते हुए आगे बढ़ गए जिससे काफी संख्या में कार्यकर्ता मायूस दिखाई दिए।
