सक्ती जिला

जिले के पिहरीद के सब इंस्पेक्टर दीपक भारद्वाज का नाम आज भी है गुंजायमान, चार साल पहले नक्सली हमले में हुए थे शहीद 

खुद की नहीं की परवाह, साथियों को सुरक्षित निकालने जुटे रहे, एक ब्लास्ट हुआ और वीरगति को प्राप्त हो गया जिले का लाल  

सक्ती- चार वर्ष पूर्व बीजापुर में हुए नक्सली हमले में वीर गति को प्राप्त हुए जिले के लाल शहीद दीपक भारद्वाज का आज चतुर्थ पुण्य स्मरण दिवस है। जिले के मालखरौदा अंतर्गत पिहरीद ग्राम के शहीद दीपक भारद्वाज को अपने अदम्य साहस के लिए मरणोपरांत ‘कीर्ति चक्र’ से भी 9 मई 2023 को सम्मानित किया जा चुका है। विदित हो कि बीजापुर जिले में तरेंम थाना क्षेत्र के टकला गुड़ाम नामक स्थान पर 3 अप्रैल 2021 को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान 22 जवानों को शहादत मिली थी। सक्ती जिले के पिहरीद (मालखरौदा) के रहने वाले सब इंस्पेक्टर पुलिस दीपक भारद्वाज भी शहीद हो गये थे। शहीद दीपक के पिता राधेलाल भारद्वाज वर्तमान में खण्ड समन्वयक राजीव गांधी शिक्षा मिशन के पद पर कार्यरत हैं। इसके अलावा वे छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला संयोजक भी हैं। 

4 साल पहले नक्सलियों से लोहा लेते हुए दिया था सर्वाेच्च बलिदान- 

बस्तर संभाग के बीजापुर में 3 अप्रैल 2021 को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सशस्त्र माओवादियों की मौजूदगी की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक बीजापुर के नेतृत्व में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स तथा कोबरा सीआरपीएफ दल द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया गया। शुरुआती लक्ष्य हासिल करने के बाद अगली सुबह अभियान दल अपने अगले लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। इसी बीच झाड़ियों में छिपे नक्सलियों ने स्वचालित और देशी हथियारों से उन पर भयंकर गोलीबारी शुरू कर दी। जिस पर सब इंस्पेक्टर दीपक भारद्वाज सहित उनकी टीम ने सूझबूझ का परिचय देते हुए त्वरित गोलीबारी कर नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। नक्सल ऑपरेशन के दौरान दीपक खुद की फिक्र किए बिना अपने साथियों को फायरिंग से सुरक्षित निकालने के लिए जुटे रहे और इसी दौरान उनके करीब एक ब्लास्ट हुआ, जिसमें वे शहीद हो गए। 

पिहरीद सहित पूरे जिले में आज भी किए जाते हैं याद- 

दीपक भारद्वाज ने सरस्वती शिशु मंदिर पिहरीद में पढ़ाई की. इसके बाद कक्षा छठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय मल्हार में की. जबकि स्‍नातक की पढ़ाई सीएमडी कॉलेज बिलासपुर की थी. उन्‍होंने गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी बिलासपुर से परास्नातक की पढ़ाई के दौरान 2011 में सब इंस्पेक्टर पुलिस की भर्ती में आवेदन किया था. इस दौरान वह प्रथम प्रयास में ही सब इंस्पेक्टर पद के लिए चयनित हुए थे. सब इंस्पेक्टर ट्रेनिंग के बाद रायपुर, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, सूरजपुर जिले में प्रतापपुर थाना प्रभारी, बीजापुर जिले के कुटरु पुलिस के थाना प्रभारी के पश्चात डीआरजी के तौर पर दीपक भारद्वाज ने पुलिस में अपनी सेवा दी थी. अपने कार्यकाल के सबसे उत्कृष्ट थाना प्रभारी के तौर पर पुलिस में रहते हुए जनसेवा करने के कारण एसपी और आईजी रैंक के अधिकारी ने कई बार उन्हें पुरस्कृत किया था। 3 अप्रैल 2021 को बीजापुर जिले में तरेंम थाना क्षेत्र के टकला गुड़ाम नामक स्थान में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान अपने साथी जवानों की जान बचाते हुए अदम्य साहस का परिचय देते हुए शहीद हो गए। उन्हें आज भी सक्ती जिले में याद किया जाता है। 

मरणोपरांत मिला कीर्ति चक्र- 

केंद्र सरकार ने शहीद सब इंस्पेक्टर पुलिस दीपक भारद्वाज के बलिदान का सम्मान करते हुए 9 मई 2023 को राष्ट्रपति भवन में शहीद को मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किया। 

दीपक भारद्वाज बिना डरे लड़ाई लड़ते रहे- 

स्ट्राइक टीम के मुखिया डीएसपी पाल ने अपने शब्दों में कहा था कि नक्सलियों से सीधी लड़ाई में जहां गोलीबारी और बमबारी चलती रहती है, वहां बड़े-बड़े सुरमाओं के हाथ पैर कांपने लगते हैं. इस दौरान सब इंस्पेक्टर दीपक भारद्वाज बिना डरे लड़ाई लड़ते रहे। जब नक्सलियों को लगने लगा कि यह लड़ाकू सब इंस्पेक्टर हमें ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है, तब नक्सलियों ने ग्रेनेड लांचर बम फेंके और उसी में दीपक शहीद हो गये।

शहीद के पिता ने बनवाई बेटे की प्रतिमा, अब अनावरण का इंतजार- 

शहीद दीपक भारद्वाज के पिता राधेलाल भारद्वाज ने बताया कि उनके शहीद पुत्र की प्रतिमा को बनवाए जाज डेढ़ बरस से अधिक का समय बीतने की कगार पर है। वे प्रदेश के मुखिया सीएम विष्णु देव साय से ग्राम पिहरीद में स्थापित होने वाली प्रतिमा का अनावरण करने के लिए बलुाना चाह रहे हैं। लंबा समय बीतने के बाद अभी तक प्रतिमा का अनावरण नहीं होने से वे काफी दुःखी हैं। उन्होनें बताया कि इस संबंध में सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े से भी मुलाकात कर चुके हैं। सांसद ने आस्वश्त किया है कि वे उनकी मुलाकात सीएम से कराएंगी और समय लेकर जल्द ही मुर्ति अनावरण करने के लिए समय लेंगे। ताकि अविलंब शहीद दीपक की प्रतिमा का ससम्मान अनावरण हो।