निष्कासन के खेल से कहीं खाली न हो जाए भाजपा का कुनबा, चुनावी वर्ष में युवा मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष संजय का हुआ निष्कासन

0 संजय के साथ जुड़े सैंकड़ों युवाओं ने भी अब कर लिया किनारा
सक्ती- भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजय कश्यप को पार्टी ने निष्कासित किया है। कुछ घटनाओं को लेकर पार्टी ने संजय कश्यप से जवाब मांगा था। पार्टी ने जवाब को लेकर असंतुष्टि जाहिर की और संजय को बाहर कर दिया। क्षेत्र में युवाओं के बीच पैठ रखने वाले संजय के निष्कासन के बाद कई सवाल उठने लगे हैं। ऐसा नहीं है कि यह पहला निष्कासन है इससे पहले पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष नरेश गेवाडीन, श्रीमती रीना गेवाडीन का निष्कासन भी पार्टी कर चुकी है इसके बाद इन्होनें सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया था। अब एक बार फिर इसी तरह की स्थिति भाजपा के सामने आकर खड़ी हो गई है जब चुनाव को महज 10 माह बचे हैं।
सक्ती भाजपा के लिए कहीं आत्मघाती साबित न हो जाए ऐसे निर्णय-
ऐसे में ऐसे निर्णय कहीं भाजपा पार्टी के लिए सक्ती जिले में आत्मघाती साबित न हो जाए। संजय कश्यप पर आरोप है कि उसने पार्टी के पदाधिकारी के साथ हाथापाई की थी और वाट्सअप गु्रप पर टिप्पणी की थी जिसके बाद पहले उसे पद से हटाया गया अब निष्कासित कर दिया गया है।

युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं संजय-
संजय कश्यप क्षेत्र के युवाओं के बीच एक पहचाना हुआ नाम है। लोगों का सहयोग करना। जरूरतमंद लोगों तक मदद पहुंचना उनकी दिनचर्या में शामिल है। निष्कासन के बाद संजय कश्यप ने कहा कि वह भाजपा की विचार धारा को समर्थन करते हैं। पार्टी में बहुत से लोग हैं जो गलतियां करतें है। भाजपा को परिवार कहने वाले नेताओं ने परिवार के सदस्य को समझाया नहीं बल्कि उसे हटा दिया। यदि यही स्थिति रही तो आने वाले चुनावों में इसका खामियाजा देखने को मिल सकता है। क्षेत्र में युवाओं के बीच जिस प्रकार संजय ने काम किया है इसका अंदाजा युवा मोर्चा के कार्यक्रमों में उमड़ने वाली भीड़ से भी लगाया जा सकता था।
लगातार हुए निष्कासनों ने किए कई सवाल खड़े-
बहरहाल सक्ती जिले में तीन विधानसभा सीट है। तीनों भाजपा का एक भी विधायक नहीं है। अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां मजबूती के साथ उतरना होगा इसके लिए युवा कार्यकर्ताओं के साथ संगठन की मजबूती की ओर भी ध्यान देना होगा। यह केवल निष्कासन का खेल चला तो कहीं पार्टी सूखे को समाप्त करने में पीछे ही न रह जाए।