दिव्यांग बच्चों के लिए व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास – श्री यशवंत कुमार पटेल, दुर्ग

समावेशी शिक्षा और लैंगिक समानता – श्री लक्ष्मण बांधेकर, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला, रहमानकापा, संकुल बिरकोना, विकासखंड पंडरिया, कबीरधाम
ADIP योजना: दिव्यांग उपकरणों की उपलब्धता और उपयोग – श्री शुभम तिवारी, रायपुर
दिव्यांग बच्चों के लिए सामाजिक और भावनात्मक कौशल का निर्माण – श्रीमती पूनम उर्मलिया, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कैम्प-1, भिलाई, जिला दुर्ग
दिव्यांग बच्चों के लिए कला और संगीत चिकित्सा का उपयोकग – श्री धर्मानंद गोजे, शासकीय प्राथमिक शाला, पाठकपुर, जिला सूरजपुर
ग्रामीण क्षेत्रों में समावेशी शिक्षा की चुनौतियाँ और समाधान पर विचार भी साझा किए गए। कार्यक्रम के अंत मे अनामिका चक्रवर्ती व्यख्यता शासकीय उछतर माध्यमिक शाला रामपुर के द्वारा सेमिनार के विभिन्न विचारों को सारांश में रेखांकित करते हुए सिकलिंग दिव्यांगता की जानकारी दी और विशेष कर बच्चों के थकान की और ध्यान आकर्षित कराया।