सक्ती जनपद पंचायत सीईओ जागेंद्र साहू पर सचिवों ने लगाया प्रताड़ना का आरोप, कामबंद हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिव

– सचिवों ने प्रारंभ की कलमबंद हड़ताल
सक्ती– लंबे समय बाद हड़ताल से लौटे सचिवों ने अब 9 जून से जनपद सीईओ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कलमबंद हड़ताल प्रारंभ कर दी है। हड़ताल में गए सचिवों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जागेंद्र साहू पर तानाशाही व दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। सचिवों ने कलेक्टर को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी है। सचिवों ने बताया कि जनपद पंचायत सक्ती में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जागेंद्र कुमार साहू के द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। जिससे क्षुब्ध होकर जनपद पंचायत सक्ती के सचिवों को हड़ताल में जाना पड़ रहा है। अपने ज्ञापन के माध्यम से सचिवों ने बताया कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जागेंद्र कुमार साहू के द्वारा जनपद पंचायत समिति के अंतर्गत पदस्थ पंचायत सचिवों के साथ हमेशा प्रताड़ना भरा व्यवहार किया जाता है तथा इन दोनों अधिकारियों के व्यवहार से सभी सचिव मानसिक शारीरिक एवं आर्थिक रुप से हमेशा प्रताड़ित हो रहे हैं।
बैठकों में अपमानजनक शब्दों का किया जाता है इस्तेमाल-
साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग उनके द्वारा किया जाता है। सचिवों ने बताया कि हमेशा निलंबन एवं वेतन नहीं देने की धमकी दी जाती है। इनके द्वारा पूर्व में बिना किसी दोष के शासन के नियम विरुद्ध कई सचिवों को निलंबित तथा स्थानांतरण कर दिया गया है। सचिवों ने सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से कुछ मांगे भी की है जिसमें निलंबन किए गए सचिवों को बहाल करने की मांग की गई है। साथ ही जनपद पंचायत सक्ती में पदस्थ सचिवों को पर्याप्त कारण शासन के नियम विरुद्ध स्थानांतरण किया गया है। पंचायत सचिवों को यथावत ग्राम पंचायत में पदस्थ करने तथा जिला पंचायत से प्राप्त आवंटन के पश्चात सचिवों को वेतन भुगतान समय पर नहीं किया जाता, साथ ही शासन के आदेश का पालन न करते हुए सर्विस बुक सत्यापन, स्थाई यात्रा भत्ता, गृह भाड़ा भत्ता नहीं दिए जाने की बात पूछे जाने पर अभद्र व्यवहार करते हुए राशि की मांग की जाती है। जबकि अन्य जिलों में भत्ता दिया जा रहा है। उक्त कारणों से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत द्वारा तानाशाही रवैया से क्षुब्ध होकर सचिवों ने कलम बंद हड़ताल 9 जून से प्रारंभ कर दी है।
जनप्रतिनिधियों से भी दुर्व्यवहार करने की मिल चुकी है शिकायतें-
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जागेंद्र कुमार साहू की शिकायत पूर्व में भी आ चुकी है लेकिन फिर भी अपनी पहुंच का दावा करने वाले मुख्य कार्यपालन अधिकारी जागेंद्र साहू के हौसले सातवें आसमान पर हैं। ऐसा नहीं है कि उनसे केवल सचिव ही परेशान हैं बल्कि जनप्रतिनिधि एवं अपनी फरियाद लेकर आने वाले ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी खासा परेशान होना पड़ता है। कई बार देखना पड़ता है कि सूचना के अधिकार के तहत लगाई गई अपील की सुनवाई के दौरान भी वे उपस्थित नहीं होते। उनकी अनुपस्थिति में केवल औपचारिकता पूरी करने के लिए उनका कोई प्रतिनिधि मौजूद होता है। ऐसे गैर जिम्मेदार अधिकारी को लंबे समय तक यहां रखना निश्चित तौर पर कई सवालिया निशान खड़े कर रहा है।
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