सक्ती जिले में उर्वरक व्यापारियों का औचक निरीक्षण, दो फर्मों पर गिरी गाज

सक्ती। किसानों को खरीफ सीजन में समय पर उच्च गुणवत्ता युक्त खाद और कीटनाशक उपलब्ध कराने प्रशासन सख्त हो गया है। जिला कलेक्टर अमृत विकास तोपनो के निर्देश पर 30 अगस्त को जिले के निजी उर्वरक विक्रेताओं का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान मेसर्स जिंदल सेल्स (खुदरा एवं थोक), बाराद्वार और मेसर्स विकास कुमार अग्रवाल, बाराद्वार में अनियमितताएँ पाई गईं।
निरीक्षण में जिंदल सेल्स के चालान और भौतिक स्टॉक में अंतर पाया गया। चालान में 42.750 मी. टन दर्ज था, जबकि गोदाम में 56.900 मी. टन खाद मिला। वहीं विकास कुमार अग्रवाल के यहां चालान में 21.700 मी. टन और वास्तविक स्टॉक 26.350 मी. टन पाया गया। इसके अलावा स्टॉक पंजी का संधारण न होना और प्रदर्शन बोर्ड का अभाव भी सामने आया।
अनियमितता पाए जाने पर दोनों फर्मों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी कर 7 दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। असंतोषजनक जवाब मिलने की स्थिति में प्राधिकार पत्र निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।
यह कार्रवाई तरुण कुमार प्रधान, उप संचालक कृषि के मार्गदर्शन में कृतराज अनुविभागीय कृषि अधिकारी (सक्ती) और जितेंद्र कुमार साहू, उर्वरक निरीक्षक सह वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (विकासखंड सक्ती) की टीम द्वारा की गई।
उप संचालक कृषि ने कहा कि किसानों को उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण खाद और कीटनाशक उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी विकासखंडों में निजी व्यापारियों पर सतत निगरानी रखी जा रही है।