महंत के गढ़ में सेंध लगा पाने में नाकाम रही भाजपा, नपा अध्यक्ष सुषमा जायसवाल कुर्सी बचाने में रहीं सफल

- कहा- अविश्वास प्रस्ताव एक प्रक्रिया है, सभी को साथ लेकर चलना है
सक्ती- नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुषमा त्रिलोकचंद जायसवाल के विरूद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया। नपा अध्यक्ष कुर्सी बचाने में सफल रही। भाजपा पार्षदों के द्वारा अविश्वास की सूचना कलेक्टर को दी गई थी जिसके बाद बुधवार 24 जनवरी को सम्मिलन आयोजित हुआ। नगर पालिका के कुल 18 पार्षदों में 16 ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया। 2 पार्षदों ने इस प्रक्रिया से दूरी बनाई। प्रस्ताव के पक्ष में 10 तो विपक्ष में 06 मत पड़े। इस प्रकार अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया। प्रस्ताव के पक्ष में 11 वोट पड़ते तभी पद जाने का खतरा था।

इस प्रकार नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुषमा त्रिलोकचंद जायसवाल अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहीं। समर्थकों ने परिणाम आने के बाद जोरदार नारेबाजी की और फूलमाला पहनाकर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुषमा जायसवाल का स्वागत किया।

अविश्वास प्रस्ताव लाना एक संवैधानिक प्रक्रिया है। हम डॉ. चरणदास महंत के मार्गदर्शन में सदैव नगर पालिका में विकास के कार्य करते रहेंगे। सभी 18 पार्षदों के साथ मिलकर सक्ती को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने की दिशा में आगे भी काम करते रहेंगे। मेरे मन में कभी किसी के लिए दुर्भावना नहीं रहेगी। पार्टीगत और जातिगत विचारधारा से उपर उठकर नगर हित में सभी को काम करना है।
श्रीमती सुषमा दादू जायसवाल