
0 सक्ती के युवाओं की टीम जी-जान से कर रही बेजुबानों की सेवा
सक्ती- गौ सेवकों ने अपील की है कि आइए सभी मिलकर गौ वंश को बचाने का प्रयास करें। दिनों दिन होती गौ वंश की दुर्दशा ने कई सवल खड़े कर दिए हैं। सड़कों पर दिखने वाली गायों में उन बेजुबानों का कोई दोश नहीं है इसके लिए जिम्मेदार हैं शासन, प्रशासन और ऐसे गौ मालिक जो इन्हे केवल आए का साधन समझते हैं और काम होने पर ही इनको रखते हैं।
इन दिनों नगर में गौ सेवा के लिए गौ सेवा समिति की बेहतरीन टीम काम कर रही है । युवाओं की टोली इस बात की लगातार देखरेख करती है कि गौ वंशीय पशुओं को कहीं कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है। सक्ती जिला के संयोजक अनिरूद्ध अग्रवाल ने बताया कि जरूरतमंद गौ वंश के लिए उपचार की व्यवस्था करना, चारा की व्यवस्था करना से लेकर उनकी जरूरतों का ध्यान रखने का काम भी गौ सेवकों के द्वारा किया जा रहा है।

गौ सेवा समिति सक्ती के एवं राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी के जिला अध्यक्ष मयंक सिंह ने बताया कि गौ का माता का दर्जा दिया गया है। हम और हमारी टीम मिलकर एक मां की जिस प्रकार सेवा की जाती है उसी प्रकार सेवा कर रहे हैं। मयंक सिंह ने बताया कि गायों को इलाज के लिए असपताल लाना है या घायलों का उपचार हो या एक स्थान से दूसरे स्थान लाना ले जाना हो तो उसके लिए वाहन की व्यवस्था करना सबसे बड़ी परेशानी बनकर सामने आ रहा है। गौ रक्षा समिति इस लक्ष्य को लेकर चल रही है कि समिति के पास स्वयं का एक वाहन हो जाए और संभव है केवल जन सहयोग से। उन्होनें नगरवासियों सहित सभी से अपील की है कि बेजुबान गौ वंशाीय पशुओं की सेवा के लिए उनका साथ दें ताकि आगे भी अनवरत सेवा होती रहे।
गौ सेवा समिति से जुड़ें अधिक से अधिक लोग-
कई स्थानों पर गौ सेवा सेवा समिति के द्वारा दानपात्र बनवाकर रखवाए हैं ताकि लोग स्वेच्छा से अपने अनुसार उसमें दान दें सकें। समिति के सभी सदस्यों ने अपील की है कि लोग अधिक से अधिक संख्या में उनके साथ जुड़े और काम करें ताकि इस नेक कार्य को आगे बढ़ाया जा सके। गौ सेवा समिति के सक्रिय सदस्य हर्ष अग्रवाल, कामेश सोनी, स्वप्निल चौबे, सुमीत पारिक, आशीष पटेल, सोमेश सोनी पूर्ण सेवा देकर इस क्षेत्र में अपनी बेहतरीन भागीदारी निभा रहे हैं।