एसबीआई बैंक की फर्जी ब्रांच का भांडाफोड़, खोलने वाले पर एफआईआर, मैनेजर फरार, नया एंगल: नौकरी लगाने के नाम पर भी ठगे जाने का संदेह, जल्द होगा खुलासा

– एसबीआई के उच्चाधिकारियों ने दर्ज कराया अपराध, सक्ती जिले के छपोरा का मामला
– फर्जी बैंक के चालू होने से पहले हो गया भांडाफोड़
सक्ती- जिले में फर्जी स्टेट बैंक संचालन का भांडाफोड़ हुआ है। फर्जी बैंक का संचालन गति पकड़ पाता उससे पहले ही ग्रामीणों, एसबीआई के अधिकारियों और पुलिस की सजगता ने क्षेत्र के लोगों को ठगे जाने से रोक लिया। एसबीआई के अधिकारियों ने पुलिस को सूचना देकर इस फर्जी बैंक का सेटअप तैयार करने वाले आरोपी के खिलाफ अपराध कायम किया है। फर्जी बैंक खोलने का यह मामला सक्ती जिले के मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम छपोरा का है, जहां बैंक सेटअप तैयार कर कर्मचारी भी नियुक्त कर दिए गए थे। मामले में नौकरी लगाने के नाम पर ठगने की बात भी सामने आ रही है। यहां कार्य करते हुए पाए गए कर्मचारियों ने बताया कि नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी बैंक मैनेजर ने लाखों रूपयों की ठगी की है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
सप्ताह भर में तैयार कर लिया सेटअप-
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ग्राम छपोरा के वैभवी कॉम्पलेक्स में विगत सप्ताह भर पूर्व से एक एसबीआई बैंक की शाखा का सेटअप तैयार करने का काम तेज गति से चल रहा था। ग्रामीणों को लग रहा था कि उनके गांव में स्टेट बैंक की शाखा खुल रही है। यहां मौजूद एक ग्रामीण ने बताया कि पता चला कि गांव में ब्रांच खुली है यहां आकर जब मौजूद कर्मचारियों से खाता खुलवाने के बारे में पूछा गया कि क्या प्रोसेस है तो उनके द्वारा जवाब दिया गया कि अभी सर्वर नहीं आया है आने के बाद काम चालू होगा। यहां कोई भी अधिक जानकारी नहीं दी जा रही थी। शंका होने पर कुछ लोगों ने इसकी जानकारी डभरा शाखा के अधिकारियों को दी। बैंक का काम चालू नहीं हुआ था। बताया जा रहा था कि यहां फाइनेंस करने, जमा निकासी का काम होगा। यह जानकारी मौजूद कर्मचारियों के द्वारा ग्रामीणों को जानकारी दी जा रही थी।
बैंक अधिकारी पहुंचे सभी चीजें पाई गई फर्जी-
भारतीय स्टेट बैंक शाखा डभरा के ब्रांच मैनेजर ने मामले के संबंध में बताया कि इस मार्ग पर उनका आना जाना लगा रहता है। जब एसबीआई का बैनर उनके द्वारा देखा गया तो उन्हें शंका हुई कि उनके बिना किसी जानकारी के कैसे छपोरा में एसबीआई की नई शाखा खुल गई है। इसकी जानकारी एसबीआई के उच्चाधिकारियों को दी गई। जब सघनता से जांच की गई तो लगभग सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। डभरा शाखा प्रबंधक ने बताया कि कर्मचारियों ने बताया कि आईबीपीएस के माध्यम से परीक्षा पास करके वे आए हैं। जबकि एसबीआई में पदों के लिए वैकेंसी एसबीआई बैंक ही निकालता है। जब तक एसबीआई का आदेश नहीं होगा काई ब्रांच नहीं खोल सकता। एसबीआई के कस्टमर जो यहां फंसते वे बच गए हैं।
फर्जी बैंक के मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज-
थाना प्रभारी ने मामले के संबंध में कहा कि डभरा एसबीआई के मैनैजर ने सूचना दी की फर्जी बैंक खोला गया है। हेड आफीस से टीम ने आकर भी जांच की और एफआईआर दर्ज कराई है। कथित ब्रांच मैनेजर पंकज नाम के व्यक्ति के खिलाफ अपराध कायम किया है। अब आगे तलाश की जाएगी। मामले के संबंध में कर्मचारियों से भी विस्तृत जानकारी ली जा रही है कि उनकी नियुक्ति कब और कैसे हुई है। पता चल रहा है कि उनके साथ भी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी हुई होगी। कर्मचारियों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नौकरी के नाम पर भी ठगे जाने का शक-
महिला कर्मचारी संगीता ने बताया कि उसने ऑफ लाइन फार्म भरा था उसके बाद ऑफर लेटर आया था। उसके बाद ट्रेनिंग की जानकारी दी गई। पहले काम सिखाया जाएगा। इस फर्जी बैंक का मुखिया कभी कभार ही यहां आता था। अब पता चल रहा है कि यह फर्जी बैंक है। करीब पांच से छः लोग यहां ट्रेनिंग कर रहे थे। बैंक का पूर्ण रूप से संचालन चालू नहीं हुआ था उससे पहले ही फर्जीवाड़ा करने वालों का भांडाफोड़ हो गया। अब पुलिस को आरोपी की तलाश है। बहरहाल पुलिस ने मामले में आरोपी के विरूद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 3(5), 318(4), 336, 338, 340 कायम कर विवचेना में लिया है।
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बैंक अधिकारियों ने एसबीआई की फर्जी शाखा खोलने वाले के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कराया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा।
राजेश पटेल
थाना प्रभारी, मालखरौदा
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