पंप चालक को नहीं मिला वेतन तो पानी के लिए मच गया हाहाकार, पोरथा के ग्रामीणों ने हल्ला बोला तो बहाल हुई पानी सप्लाई

पोरथा में 4 दिनों से पानी के लिए भटकते रहे लोग
सक्ती/ ग्राम पंचायत पोरथा में पानी के लिए उस समय हाहाकार मच गया जब पंचायत की ओर से की जाने वाली पानी सप्लाई विगत 4 दिनों से बंद कर दी गई। पंप चालक को 7 महीने से वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। नाराज ग्रामवासियों ने कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पानी की सप्लाई चालू हो सकी।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत पोरथा में ग्राम पंचायत के द्वारा पानी की सप्लाई की जाती है। प्रत्येक घरों में के सामने न लगी हुई है जिससे लोग पानी भरते हैं। लेकिन शुक्रवार को पानी की सप्लाई नहीं हुई तो लोगों में इसके प्रति नाराजगी देखने को मिली वहीं सरपंच मधु श्याम राठौर का कहना है कि पंचों ने पंप चालक के भुगतान से संबंधित प्रस्ताव को पास नहीं किया जिस कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। सरपंच की मानें तो उसने कहा कि वेतन भुगतान नहीं होने के कारण पंप चालक काम करने से मना कर दिया। ग्राम पंचायत पोरथा के सरपंच ने बताया कि 1 दिन पूर्व शाम में यथा स्थिति से अवगत कराने के लिए गांव में मुनादी भी कराई गई थी साथ में ग्रामीणों की बैठक भी बुलाई गई थी लेकिन इसमें अपेक्षा के अनुरूप किसी ने भागीदारी नहीं की, केवल तीन पंच मौजूद रहे। इस स्थिति के कारण पानी सप्लाई बंद रही। लोगों के समक्ष 4 दिनों पहले आई एकाएक इस समस्या के बाद लोग एकजुट हुए और उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पंकज दाहिरे को स्थिति से अवगत कराया।
अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद रास्ता निकाला गया और पानी की सप्लाई को पुनः बहाल कराया गया। सुबह से ही ग्रामीण पानी के लिए भटकते हुए नजर आए ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार की स्थिति निर्मित नहीं होनी चाहिए ग्राम पंचायत को सामंजस्य स्थापित करते हुए जरूरी चीजों को लगातार व्यवस्थित रूप से चलाना चाहिए जो आम जनों से जुड़ी हुई है उस पर किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसका खासा ध्यान रखा जाना चाहिए।