सकर्रासक्ती जिला

विरोधियों द्वारा शासकीय मनरेगा कार्य में बाधा डालने पर मजदूरी कार्य हुआ बंद,सरपंच से की गई लिखित शिकायत

आरोप: खून पसीने के कार्य पर व्यवधान उत्पन्न करने पर ग्रामीणों को हो रहा आर्थिक क्षति

सक्ती / सकर्रा – मनरेगा में कार्यरत सैकड़ो मजदूरों ने उनके हक के खून पसीने के शासकीय मनरेगा कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है| सभी मजदूरों का आरोप है कि शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने से उनलोगों की हक की कार्य उन लोगों की वजह से बंद हो गया| ग्रामीण मजदूरों ने बताया कि ग्राम पंचायत सकर्रा में नवनिर्वाचित सरपंच उप सरपंच सहित ग्राम के विकास में सहयोगकर्ता पंचों द्वारा 3 फरवरी को शपथ लेने के तुरंत बाद 6 मार्च 2025 से हम मजदूरों के लिए मजदूरी कार्य दिया जा रहा है जहां एक नहीं चार सप्ताह हमको मजदूरी कार्य सरपंच बारात लाल सूर्यवंशी उप सरपंच उमाशंकर साहू के मार्गदर्शन कराया जा चुका है जहां ग्राम के मजदूरों द्वारा अच्छे गोदी खोदकर पंचायत की सहयोग भी किया जा रहा है| उक्त मनरेगा में लगातार कार्य मिलने पर कुछ विरोधियों को रास नहीं आ रही है| ग्रामीणों ने आरोप में बताया कि पिछले सत्ता शासन में प्रत्येक वर्ष में केवल एक से दो सप्ताह मजदूरी कार्य कराया जाता था वही दो से तीन वर्ष पूर्व स्वीकृत मजदूरी कार्य आज भी यथावत पड़ा है| जिसके कारण हम मजदूर की आर्थिक स्थिति खराब हुआ है| जिसके बावजूद भी मजदूरी कार्य में मजदूरों को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से खून पसीने के मजदूरी में भी एक तालाब नहीं बल्कि 5-5 तालाबों में पैसा कटौती भी कर दिया गया था| ग्रामीणों ने बताया है की उस षड्यंत्र से मुक्त कर वर्तमान पंचायत पदाधिकारी द्वारा लगातार 4 सप्ताह मजदूरी कार्य प्रदान किया गया है| वही आगे की कार्य में व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं|

महिलाओं ने शासकीय कार्य में फोटो खिचने व वीडियो बनाकर परेशान करने का सरपंच को दिया लिखित आवेदन –

 पंजीकृत मजदूर महिलाओं ने आरोप लगाते हुए सरपंच को मौके पर लिखित शिकायत के माध्यम से ग्राम के टिकेश्वर नारायण चंद्रा,सरोज चंद्रा सियाराम कुर्रे, राजेंद्र शर्मा एवं अन्य लोगों के विरुद्ध शासकीय कार्य स्थल पर पहुंच कर फोटो खिच व वीडियो बनाकर परेशान करने का आरोप लगाया है| जिसकी लिखित शिकायत करते हुए पंजीकृत मजदूर महिलाओं ने मौके पर उपस्थित सरपंच को लिखित आवेदन देकर नियम विरुद्ध शासकीय कार्य पर हस्तक्षेप करने वाले पर कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है|

नाराज ग्रामीण पिछले कार्य भ्रष्टाचार के खोले पोल

 मजदूरों ने आरोप में ये भी बताया कि जिस व्यक्तियों द्वारा हम पंजीकृत मजदूरों की खून पसीने में की कमाई के कार्य में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है उक्त सभी व्यक्तियों द्वारा पूर्व पंचायत भ्रष्टाचार के तहत विभिन्न योजनाओं का निजी लाभ लिया गया है| जिसे जिन लोगों को भूल पाना मुश्किल हो गया है वही आरोप में बताया कि टिकेश्वर नारायण चंद्रा द्वारा शासकीय राशि ढाई लाख रुपये का निजी निवास में बोर खनन मोटर पंप पानी टंकी स्थापना किया गया है| एवं सरोज चंद्रा द्वारा 5 सालों से गोठान का अध्यक्ष था तब घोटाला एवं भ्रष्टाचार करने के कारण कार्यालय ग्राम पंचायत से केश बुक, रोकड़ पंजी को भी गायब कर देने का आरोप उन लगाया है जिससे किसी प्रकार का आय ब्यय से संबंधित दस्तावेज नहीं है| 

फोटो खींचने व वीडियो बनाने की मामले का निराकृत होने के बाद कार्य प्रारंभ किया जाएगा

 सरपंच बरतलाल सूर्यवंशी व उपसरपंच उमाशंकर साहू ने बताया कि पंजीकृत मजदूरों द्वारा नियम विरुद्ध लगातार कार्यस्थल पर आकर फोटो खींचने व वीडियो बनाकर परेशान करने का लिखित शिकायत पंजीकृत सैकड़ो मजदूरों द्वारा दी गई है | जिस संबंध सरपंच ने कहा कि इस स्थिति में महिलाओं की मान सम्मान को ठेस पहुंचा है| जिसका संबंधित अधिकारियों एवं संबंधित थाना प्रभारी द्वारा निराकृत होने के बाद मजदूरों का मजदूरी कार्य प्रारंभ किया जाएगा|

शासकीय दस्तावेज को जबरदस्ती फोटो खींचने का भी आरोप 

 मौके कार्यस्थल पर चुड़ामणि चंद्रा ने आरोप में बताया है की हाथ में रखे शासकीय गोपनीय दस्तावेज को भी जबरदस्ती फोटो क्लिक कर व वीडियो बनाकर टिकेश्वर चंद्रा द्वारा शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने किया है जिसका उन्होंने आरोप लगाया है|

 गुस्साए मजदूरों का गुस्सा फूटा: आरोप में कहा आरोप: कहां व्यवधान उत्पन्न करने वाला की पत्नी समय पर स्कूल नहीं जाती

अति हद पार करने पर मजदूरों का गुस्सा व्यवधान उत्पन्न करने वाले टिकेश्वर चंद्रा पर फूटा| आरोप में मजदूरों ने कहा कि जो शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न कर रहा है उनकी पत्नी शासकीय नियमों का ठीक से पालन खुद नहीं कर रही है ग्राम से केवल तीन किलोमीटर की दूरी आडिल में शिक्षिका के पद पर पदस्थ है उक्त शिक्षिका मीनाक्षी चंद्रा द्वारा सप्ताह में केवल तीन से चार दिन ही शासकीय समय को छोड़कर अपने मनमाने समय पर ही आना जाना करने का आरोप लगाते हुए मजदूरों ने भड़ास निकाली है| जिसे अन्य ब्लॉक में अटैच करने की मांग जिला शिक्षा अधिकारी से की है ग्रामीणों ने चेतावनी में शासन प्रशासन को बताया है उक्त शिक्षिका को अन्य ब्लॉक में नहीं भेजने अब सड़क पर भी उतरने को मजबूर होंगे 

,,, इस संबंध में शिकायत प्राप्त अभी तक नहीं हुई है लिखित शिकायत होने प दंडनात्मक कार्यवाही की जाएगी 

संदीप कश्यप

सीईओ जनपद पंचायत मालखरौदा