
सक्ती। उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य पूरा न हो जाए, विवेकानंद स्वामी द्वारा कही इस कहावत को चरितार्थ किया सकती की विधि सेनगुप्ता ने, जो पिछले 7 वर्षो से देश विदेश के विभिन्न हिस्सों में अपनी मनमोहक प्रस्तुति देते हुए अपने माता पिता और सकती जिले का नाम रोशन करते आ रही है। इसी क्रम में विधि सेनगुप्ता पिता खिलावन सेनगुप्ता माता ममता सेनगुप्ता ने रविन्द्र मंडप में जी. के.सी. एम. ओडिशी रिसर्च भुनेश्वर द्वारा आयोजित हुए अंतरराष्ट्रीय ओडिसी डांस फेस्टिवल 2022 में एकल नृत्य दुर्गा तांडव की प्रस्तुति देते हुए सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिसका लाइव प्रसारण दूरदर्शन द्वारा किया गया। गौरतलब है कि विधि सेनगुप्ता छत्तीसगढ़ राज्य से एक मात्र प्रिताभागी थी जिन्हें कार्यक्रम में एकल प्रस्तुति देने हेतु चिन्हित किया गया। साथ ही उन्होंने त्रिधारा नृत्य अकेदमी भुवनेश्वर के निदेशक गुरु डॉ. गजेंद्र पांडा जी के मार्गदर्शन में संवाद प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ के ओडिसी नृत्य में विसारद कला की शिक्षा जारी राखी है । जी के सीएम इसी रिसर्च सेंटर भुनेश्वर द्वारा आयोजित किए गए इंटरनेशनल उड़ीसी डांस फेस्टिवल 2022 के चीफ़ एक्जीक्यूटिव द्वारा विधि सेनगुप्ता को स्मृति चिन्ह ,सर्टिफिकेट एवं सम्मान राशि भेंट कर सम्मानित किया गया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना के लिए आशीर्वाद दिए। साथ ही विधि सेनगुप्ता ने भुवनेश्वर में 30 अक्टूबर को गुरु देवाप्रसाद अवार्ड एवं 5 दिसंबर 2022 को उज्जैन में महाकवि कालिदास महोत्सव में भी प्रस्तुति दी और उन्हें सम्मानित किया गया। इस गौरवशाली क्षण में विधि ने अपने माता पिता सहित सकती जिले का नाम रोशन किया।