
– लगातार बढ़ रहे मामलों ने बढ़ाई चिंता
सक्ती- कोविड-19 पैर पसार रहा है. अब छ.ग. में भी नए वेरिएंट के केस मिलने प्रारंभ हो गए हैं। ऐसे में कोरोना के संभावित खतरे को मद्देनजर रखते हुए एक बार फिर सक्ती में भी अलार्मिंग घंटी बजने लगी है। फिलहाल इस ऐतिहातन कोई इंतजाम स्थानीय स्तर पर देखने को नहीं मिल रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि, जल्द ही प्रशासन की ओर से इस संबंध गाइडलाइन भी जारी कर दी जाएगी। एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी आ गई है। बीते 24 घंटे के सामने आए अपडेट के मुताबिक, देशभर में कोरोना के 257 नए मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना का यह नया वेरिएंट जेएन-1 और जेएफ-7 की भारत मे एंट्रीकर चुका है। लेकिन जो चुस्ती स्थानीय स्वास्थ्य विभाग में दिखाई देनी चाहिए वह दिखाई नहीं दे रही है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
एनबी 1.8.1 की स्पाइक प्रोटीन में पाए गए। ए435एस, वी445एच और टी478आई जैसे म्यूटेशन इसके ज्यादा तेजी से फैलने और प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने की क्षमता की ओर इशारा करते हैं. हालांकि, डब्ल्यूएचओ की प्राथमिक जोखिम मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार इस वेरिएंट से वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य को फिलहाल कम जोखिम है।
बचाव के लिए करें ये उपाय-
कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच अपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें. समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोएं. या चाहें तो एक अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सैनेटाइज़र को हाथों पर अच्छी तरह लगाएं. इससे अगर आप के हाथ पर वायरस मौजूद हुआ भी तो समाप्त हो जाएगा।
ऐसे रोक सकते हैं वासरय को फैलने से –
– अगर आप छींक रहे हैं या फिर खांस रहे हैं तो अपने मुंह के सामने टिश्यू ज़रूर रखें और अगर आपके पास उस वक़्त टिश्यू ना हो तो अपने हाथ को आगे कर कोहनी की ओट में छीकें या खांसें.
– अगर आपने कोई टिश्यू इस्तेमाल किया है तो उसे जितनी जल्दी हो सके डिस्पोज़ कर दें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसमें मौजूद वायरस दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं.
– सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लोगों को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहने की सलाह दी गई है. हैंडशेक करने से परहेज़ करें और इसके बजाय सेफ़-ग्रीटिंग जैसे नमस्ते या फिर कोहनी के इस्तेमाल या दूसरे तरीक़े से अभिवादन करें.