छत्तीसगढ़सक्ती जिला

केंद्रों में सड़ रहे धान, खा रहे चूहें, उठाव नहीं होने से बर्बादी की कगार 2 लाख टन धान

  • केंद्रों में पड़े धान का डीओ कटने के बाद भी उठाव नहीं
  • कर्मचारियों ने की मांग सूखत और धान की खराबी के लिए हमें ना माना जाए जिम्मेदार

सक्ती– उठाव की धीरंत गति ने धान खरीदी प्रभारियों की कमर तोड़ कर दी है। एक एक माह डीओ कटने के बाद भी उठाव नहीं होने की वजह से प्रभारियों को अब भारी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। सहकारी समिति कर्मचारी संघ जिला सक्ती के कर्मचारियों ने जिला विपणन अधिकारी को ज्ञापन देकर सक्ती जिले के अंतर्गत धान उपार्जन केंद्रों में रखे धान का यथा शीघ्र उठाव कराने एवं खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 की धान खरीदी की प्रोत्साहन राशि दिलाने की मांग की है। विदित हो कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान खरीदी का कार्य पूर्ण हो चुका है।

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सक्ती जिले के अंतर्गत कुल 125 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से लगभग 5 लाख 17 हजार 475 टन धान की खरीदी हुई है। जिसमें अभी उपार्जन केंद्रों में लगभग 2 लाख टन धान जाम पड़ा हुआ है। उपार्जन जिले के अधिकांश उपार्जन केंद्रों में धान उठाव का 9 जनवरी के बाद से कोई डीओ जारी नहीं किया गया है एवं जिन केंद्रों में एक माह पूर्व जो डीओ जारी हुआ है उनका धान उठाव मिलर्स द्वारा नहीं किया जा रहा है। खरीदी केंद्रों में चूहों और दीमकों से धान भरे बारदाने को काफी नुकसान पहुंच रहा है। जबकि धान खरीदी के 72 घंटों के अंदर धान उठाव का प्रावधान है। ऐसे में अगर शीघ्र उठाव नहीं कराया जाता है तो धान में सूखत आना आवश्यक है जिससे जिले में शून्य प्रतिशत शार्टेज का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल है। अतः धान उठाव शीघ्र कराया जावे। अन्यथा किसी भी प्रकार की क्षति व कमी के लिए प्रभारियों व समिति कर्मचारियों को जिम्मेदार ना माना जावे।

एक सप्ताह में मांगे पूर्ण नहीं हुई तो धरना प्रदर्शन करेंगे कर्मचारी-

उक्त मांगों के साथ कर्मचारियों ने खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 की धान खरीदी की धान खरीदी की प्रोत्साहन राशि अभी तक समितियों का अप्राप्त है जिसे शीघ्र समिति के खाते में समायोजन करने की मांग भी की गई है। उक्त मांगों को एक सप्ताह के भीतर पूर्ण करने की बात कहते हुए कर्मचारियों ने कहा कि मांगे पूर्ण नहीं होने की स्थिति में सभी समिति कर्मचारी एवं धान खरीदी के समस्त कर्मचारी अवकाश लेकर दिनांक 13 फरवरी को एकदिवसीय धरना प्रदर्शन जिला विपणन कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी प्रशासन की होगी।
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उठाव नहीं होना बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है। जिनका डीओ कट चुका है उस धान को भी मिलरों द्वारा एक माह बाद भी नहीं उठाया गया है। ऐसे में परेशानी काफी बढ़ी हुई है। मांगों को पूरा करने के लिए ज्ञापन दिया गया है।

एकलव्य चंद्रा
जिलाध्यक्ष, सहकारी समिति कर्मचारी संघ
जिला-सक्ती
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डीओ जारी नहीं होना मुख्य समस्या है। लगभग 90 प्रतिशत उठाव हो चुका है। लक्ष्य नहीं होने के कारण परेशानी है। मिलरों को धान उठाने के लिए कहा जा रहा है। नोटिस भी दिए हैं। जब तक केंद्र से लक्ष्य नहीं मिलेगा डीओ कटना मुश्किल है। मिलरों को समितियों को सहयोग करने के लिए कहा गया है। फिर भी जो हो सकेगा बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा।

हीना खान
जिला-विपणन अधिकारी

जिला-सक्ती