जरूरतमंद की सेवा करना सबसे बड़ा काम, नगर के युवा गौतम शर्मा की एक नई मिसाल, विक्षिप्त व्यक्ति को नहलाया, सेविंग कराई और पहनाए नए कपड़े

- गौतम ने सहयोगियों की मदद से पहुंचाया परिजनों तक
- हेल्पिंग हैंड्स के नाम से मशहूर गौतम ने कहा – जरूरतमंद लोगों के लिए हमेशा खड़ा हूं
सक्ती। कहते हैं ना कि अगर कोई कुछ करने की ठान ले तो उसे कोई रोक नहीं सकता। बस जरूरत है तो कुछ कर गुजरने की तमन्ना की। सक्ती नगर में “हेल्पिंग हैंड्स” के नाम से मशहूर, लोगों के लिए सदैव सहयोग की भावना रखते हुए समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले गौतम शर्मा ने फिर से जन सेवा की एक मिसाल पेश की है। मानसिक रूप से विक्षिप्त एक 40 वर्षीय असहाय की मदद कर फिर से गौतम शर्मा ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।

काफी दिनों से नगर से ही लगे हुए एक गांव का व्यक्ति मैले कुचेले कपड़े पहन कर घूमते रहता था। मानसिक स्थिति कुछ सही नहीं होने के कारण वह ना तो स्नान करता था और ना ही दैनिक क्रियाकलाप सही ढंग से कर पाता था। गौतम शर्मा ने अपने सहयोगियों की मदद से सर्वप्रथम उसके बाल कटवाए,सेविंग करवाई और नहला-धुला कर उसे अपने प्रतिष्ठान फ्रेंड्स जोन मेंस वियर ले जाकर नए कपड़े पहनाए। उस व्यक्ति की खुशी देखते ही बन रही थी। मानो ऐसा लग रहा था कि उसने आत्मीय भाव से गौतम शर्मा को दिल से धन्यवाद दिया हो।

घर का पता कर उसे घर तक पहुंचाया –
गौतम शर्मा ने उसके घर का पता लगाया और अपने दोस्तों की मदद से उसे अपनी कार से उसके घर तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया। नगर वासियों ने गौतम शर्मा के इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि गौतम शर्मा एक नेक दिल इंसान है और वह इस तरह के कार्य करते रहते हैं। लोगों ने प्यार से गौतम शर्मा को हेल्पिंग हैंड्स का नाम दिया है।

हमेशा लोगों की मदद के लिए आगे रहते हैं गौतम –
गौतम आज के युवा वर्ग के लिए एक किसी प्रेरणा से कम नहीं है। वे सदैव लोगों की सेवा करने के लिए तत्पर रहते हैं और जरूरतमंद लोगों तक किस प्रकार अपनी सेवा पहुंचा इसके लिए हमेशा सजग रहते हैं। गौतम शर्मा ने कहा कि कभी भी किसी को उनकी जरूरत हो , मदद की आवश्यकता हो तो वह उनसे बेझिझक संपर्क कर सकते हैं। वे हर संभव मदद करने की कोशिश हमेशा करते हैं और करते रहेंगे। गौतम शर्मा ने इन सभी प्रेरणा के लिए अपने स्वर्गीय पिता विनोद शर्मा के आशीर्वाद को सर्वोपरि मानते हैं। आज वो जो कुछ भी कर पा रहे हैं वह उनके माता-पिता का ही आशीर्वाद है।